ठंडी ठंडी बतिया
ठंडी ठंडी रतिया
ठंडी में गर्म मूंगफलियां
ठंडी में गर्म रजाईयां
ठंडी में ठंडी आइस्क्रिमियां
अब हो गईल सपनवां
अब न उ ठंडी हय
न उ बतिया है
अब सब बदल गयल
अब हीटर हय
अब तो जब चाहे गर्मी
जब चाहे ठंडी
मौसम का कौनो नहीं ठिकान
जब सब बदल गयल
तब इ बिचारों अब का करिहै
अब ठिठुरत कहीं पडल बा
अपने दिनन को याद करत बा
कहत बा
भैया जमाना बदल गयल बा
No comments:
Post a Comment