बिल्ली के भाग्य से छींका टूटा
बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधे
खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे
सौ सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज करने
यह सब मुहावरों की मालिक
यह छोटी सी प्राणी
घर बाहर दोनों में निवास
चीते की सी स्फूर्ति
तभी तो शेर की मौसी
उनकी तरह ही शरीर पर धारियाँ
मांसाहारी भी शाकाहारी भी
अपने प्रयासों से भोजन जुटाना
चूहों के लिए यमराज
दूध - दही छिपाना
इसका जो स्वभाव
कहीं भी हाथ साफ कर लेना
इसके मरने पर महापाप का अभियोग
उसको दूर करने के लिए
न जाने कितने कर्मकांड
इससे किसी को डर नहीं
न यह काटती है न भौकती है
म्याऊं म्याऊं कहते भाग जाती है
कहीं भी छिप जाती है
यह लोकप्रिय तो इतनी नहीं
फिर भी अपना अस्तित्व रखे हैं
यह है उसकी चालाकी
उसका प्रयत्न
उससे कोई इतना परेशान भी नहीं
जीती है अपने दम पर
कौए ,कबूतर ,चिडिया ,चूहा
सबकी जान की दुश्मन
इसे कोई जंजीरो में भी नहीं जकड़ कर रखता
अपने जने बच्चों को अपने ही नर बिलाव से छिपाती
मुख में लेकर इधर-उधर फिरती
मांसाहारी होने पर भी क्या मजाल
एक दांत भी बच्चों को लग जाएं
मां की भावना में लाजवाब
इस पर एक इल्जाम यह भी
अपशकुनी माना जाता है
वह रास्ता काट देती है
तब अपशगुन हो जाता है
काम नहीं बनता
ऐसे प्राणी पर न जाने कितने इल्जाम
कभी उसके सौंदर्य को भी देखा जाय
उसकी कमाल की बिल्लौरी ऑखे
उसकी चपलता
छोटी सी है
पर है बडी सयानी
हमारी बिल्ली रानी
बच्चों की प्यारी
पूसी कैट पूसी कैट
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