शब्दों का खेल है बडा गजब
इनकी ताकत तो है अपरम्पार
यह जब खेलते हैं
तब बडे बडो के छक्के छूट जाते हैं
जो इस खेल में माहिर हो गया
उसने मानों जग जीत लिया
यह होते हैं छोटे
पर इनकी चाल बडी लंबी
बरसों तक चलती है
हदय में घर कर जाती है
फेविकोल से भी मजबूत जोड़ है इसका
आसानी से नहीं निकलती
प्यार से लेकर युद्ध
सब करा सकती है
यह मृदु भी है कठोर भी
फूल से भी ज्यादा कोमल
चट्टान से भी ज्यादा कठोर
सारे संसार में इसने मायाजाल फैला रखा है
कभी-कभी भ्रमित करती है
कभी डराती है
कभी विश्वास दिलाती है
बाहर से लेकर अंतर्मन तक भ्रमण करती है
इसके जैसा बडा कलाकार कोई नहीं
इसका खेल है अजब गजब
Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi, poems,hindi poems,hindi likhavat,hindi kavita,hindi hasya kavita,hindi sher,chunav,politics,political vyangya,hindi blogs,hindi kavita blog
No comments:
Post a Comment