संघर्ष क्या होता है
यह वही जानता है
जिसने किया हो
बच्चा माँ के गर्भ से ही संघर्ष करना शुरू कर देता है
बाहर आने के लिए जद्दोजहद करता है
कोशिश करता है
निकलते ही रूदन शुरू हो जाता है
साॅस लेना शुरू करता है
उसके बाद तो जो सिलसिला शुरू
वह ताउम्र जारी
भोजन से लेकर रोजी रोटी तक
बहुत मेहनत
बहुत प्रयत्न
बहुत बाधाएं
पर उसको मुकाम पर पहुंचना आवश्यक
और वह यह करता है
क्योंकि जीने का सिंद्धात ही है
Survival of the fittest
जो गिरा वही उठा
जो चला वही दौड़ा
जो बैठ गया फिर न उठा
तब बैठना नहीं है
खडे होना है
दौड़ना है
संघर्ष तो करना ही है
बिना किए तो कुछ हासिल नहीं
भोजन जरूर मिल जायेगा
अजगर करें न चाकरी
पंछी करें न काम
दास मलूका कह गए
सबके दाता राम
हाँ इससे ऊपर उठना है
तब तो संघर्ष जरूरी है
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