Sunday, 24 May 2020

तब तो संघर्ष जरूरी है

संघर्ष क्या होता है
यह वही जानता है
जिसने किया हो
बच्चा माँ के गर्भ से ही संघर्ष करना शुरू कर देता है
बाहर आने के लिए जद्दोजहद करता है
कोशिश करता है
निकलते ही रूदन शुरू हो जाता है
साॅस लेना शुरू करता है
उसके बाद तो जो सिलसिला शुरू
वह ताउम्र जारी
भोजन से लेकर रोजी रोटी तक
बहुत मेहनत
बहुत प्रयत्न
बहुत बाधाएं
पर उसको मुकाम पर पहुंचना आवश्यक
और वह यह करता है
क्योंकि जीने का सिंद्धात ही है
Survival  of the fittest
जो गिरा वही उठा
जो चला वही दौड़ा
जो बैठ गया फिर न उठा
तब बैठना नहीं है
खडे होना है
दौड़ना है
संघर्ष तो करना ही है
बिना किए तो कुछ हासिल नहीं
भोजन जरूर मिल जायेगा
अजगर करें न चाकरी
पंछी करें न काम
दास मलूका कह गए
सबके दाता राम
हाँ इससे ऊपर उठना है
तब तो संघर्ष जरूरी है

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