जब जिंदगी अपनी है
तब उसकी हर चीज हमारी अपनी है
वह खुशी हो या गम
सब हमारी अपनी है
किसी को अधिकार नहीं
जिंदगी में दखलअंदाजी करने का
जैसा जीना होगा हम जी लेंगे
वह हमारी मर्जी
मुसीबत हो या बीमारी
सबमें है मुस्कान जरूरी
जज्बा नहीं होने देना है कम
नहीं है ये हमेशा के मेहमान
आज आए है
कल चले जाएंगे
कुछ सिखा कर जाएंगे
कुछ समझा कर जाएंगे
असलियत से सामना करवा कर जाएंगे
कौन अपना कौन पराया
इसकी पहचान कराकर जाएंगे
जीने के लिए यह भी तो जरूरी
माटी के पुतले तो नहीं
हाड मांस के इंसान है हम
दिल और दिमाग दोनों है
वह सोचने और विचारने के लिए
शरीर काम करने के लिए
ऑखे देखने के लिए
भले बुरे का भेद समझने के लिए
इनको हमेशा खुला रखना है
वाणी तो है सबसे बड़ा हथियार
यह बहुत संभल कर चलाना है
मन है सोने जैसा
उसमें बुराईयों को नहीं बैठाना है
अपनी जिंदगी को शान से जीना है
नहीं किसी के सामने झुकना है
जो भी है
जैसी भी है
यही हमारी अपनी है
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