गलती करना
गलती होना
गलती मानना
यह तो साधारण बात ठहरी
गलती होने पर भी सही सिद्ध करना
यह बात गले नहीं उतरती
हम ही सही
जो बोला
जो किया
जो सोचा
सब सही
हम तो गलत हो ही नहीं सकते
गलत कर ही नहीं सकते
कुछ लोग इसी गलतफहमी में रहते हैं
अपने को न जाने क्या समझते हैं
दूसरों में नुक्स निकालकर इतराते हैं
अपने गिरेबान में तो झांकते नहीं
दूसरों पर बराबर नजर रखते हैं
अपने को ईश्वर के समकक्ष समझते हैं
इंसान है तो गलती तो होगी ही
वह सोच समझ के हो
अंजाने में हो
हो ही जाती है
पर ये माटी के पुतले इस बात को नहीं मानते हैं
बस अपने को ही सही मानते हैं
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