सुबह - सुबह लिया राम का नाम
तब मिला हरा - हरा कच्चा आम
इस आम से बना अचार
तेल - मसाला डाला
बरनी में सजाया
साल भर रहेंगा
दाल - चावल पर सजेगा
चटकारे ले - लेकर सब खाएंगे
मुंह और जीभ सिकोड़ते
चाट - चाट कर खाएंगे
आम तो आम है
तभी तो खास है
कच्चा या पक्का
हर स्वाद है लाजवाब
रस पिओ या अचार खाओ
दाल - आमटी में डालो
गुठली भी में भी दम
वह भी भाती
आम का रहता हमेशा इंतजार
हर व्यक्ति करता है
किसी न किसी तरह इंतजाम
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