Tuesday, 5 October 2021

महात्मा गाँधी

वे राष्ट्रपिता थे
महात्मा थे
आज संसार में वे पूजनीय है
आदरणीय है
पर  आलोचना तो उनकी भी होती है
उस समय भी हुई होगी
आज भी हो रही है
हर किसी को पसंद आए
यह जरूरी तो नहीं
कुछ को उनके सिद्धांत पसंद नहीं थे
गोली भी उसी कारण खानी पडी थी
आज भी कुछ उनके खिलाफ है
फिर भी उनका
सत्य और अहिंसा
यह तो हमेशा जीवित रहेगा
आज भी
पहले भी
बाद भी
सदियों तक
इससे इंकार नहीं किया जा सकता
उस रूप में महात्मा आदरणीय ही रहेंगे
सत्य बदलता नहीं है
अहिंसा से कभी मानव जाति का भला नहीं हो सकता
विनाश के कगार पर खडा विश्व
गांधी , बुद्ध , ईसा
की तरफ ही देख रहा है
शांति हर हाल में सुकून देती है
महाभारत में पांडवों ने भले ही जीत हासिल कर ली
पर खुशी नहीं मिली
वन गमन का रूख किया
कलिंग के युद्ध में सम्राट अशोक की जीत तो हुई
पर आखिर में बौद्ध धर्म को स्वीकार किया
अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बना कर रखा
आखिर छोड़कर उन्हे भी जाना पडा
अत्याचार से किसी को झुका नहीं सके
यह सर्वविदित है
युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं
यह बात हर देश को समझना होगा
आतंकवाद से कुछ भला नहीं होनेवाला
आज महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने की आवश्यकता
वक्त की यह मांग है
आज गांधी की जरूरत है
दिशा दिखाने वाले की
इसलिए तो महात्मा आज भी याद आते हैं

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