Friday, 10 December 2021

चंदा और सूरज

रात का चांद भी सुंदर था
उसकी चांदनी भी मनभावन थी
उसकी शीतल रोशनी तारों का संग
मद्धिम-मद्धिम और झिलमिलाती रोशनी सब कुछ मनमोहक

सुबह का सूरज भी सुंदर है
सुनहली आभा बिखेरते
बडे गोले से नारंगी सा निखरते हुए
उसका प्रकाश भी सुखदायक है
उसी से तो सब जागृत होते हैं

दिन और रात
दोनों अलग-अलग
दोनों का स्वभाव अलग
कार्य अलग
फिर भी दोनों ही जीवन के अविभाज्य अंग
एक प्यारा शीतल चांद
एक प्यारा जीवनदायी प्रकाशमान और तेजोमय सूरज
दोनों ही हैं प्यारे और न्यारे

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