औरत पर जो हाथ उठाएं
वहीं असली मर्द कहलाए
औरत की जो बात माने
वह तो जोरू का गुलाम कहलाए
पिता , पति और पुत्र से संबंधित है
अच्छा पिता अच्छा पति
जो होगा
वह क्या मर्द नहीं होगा
जो बीवी की इज्जत करें
उसकी इच्छाओं का सम्मान करें
उसे भी अपने समान समझे
वह क्या मर्द नहीं
मार - पीट करें
तुच्छ लेखे
दासी समझे
अपने परमेश्वर की पदवी धारण करें
तब वह मर्द हैं ??
परमेश्वर न बने
सामान्य इंसान बना रहें
एक अच्छा इंसान बने
एक अच्छा पिता , पति बना रहें
वहीं बहुत है
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