फेसबुक तो अच्छा है
ताने तो नहीं देता
मुस्कराकर किसी न किसी की गुड मार्निग दिखा जाता है
दिन अच्छा बना जाता है
भगवान के भी दर्शन करा जाता है
अपने आप ही मन्नतें मंगवा जाता है
दुख दर्द में सहभागी हो जाता है
अंजाने से भी सहानुभूति के दो बोल बुलवा जाता है
कुछ पता करना हो तो
बिना झिझक किसी न किसी के माध्यम से बता जाता है
इंसानो की तरह मुंह नहीं फुलाता न ही फेरता
ईष्या और जलन तो नहीं रखता
भोजन भी बनाना सिखा जाता है
जिसको कुछ भी नहीं आता
उसे भी खुशी खुशी सब बता जाता है
औषधि से लेकर व्यायाम तक
सारी जीने की कला सिखा जाता है
हमारी रचनाओं को
हमारी भावनाओं को भी लोगों तक पहुंचा जाता है
अपरिचित को भी परिचित बना जाता है
प्रकृति का नजारा दिखाता है
नैतिकता का पाठ पढाता है
कभी गुरू कभी दोस्त बनकर हमारे दिल को छू जाता है
सारी दुनिया से परिचय करवाता है
भजन तो सुनाता है
गीता और रामायण भी बताता है
राजनीतिक हलचल से भी अवगत कराता है
जिसको जैसे हो वैसा विचार रखने देता है
राजनीतिक गलियारों की सैर कराता है
नेताओं के कार्यकलाप से अवगत कराता है
समाचार भी सुनाता है
समस्या किसी की भी हो
वह चाहे किसान हो या गरीब
सभी को दिखाता है
दान और सहायता भी करवाता है
अस्पताल में पडा बीमार या फुटपाथ पर भिखारी
सबके लिए तत्पर रहता है मदद का हाथ बढवाने में
भारत हो या अमेरिका या फिर पाकिस्तान
अंबानी हो या ट्रम्प
कहीं से कोई छूटता नहीं है
सबका समाचार मिल ही जाता है
सिने जगत और मनोरंजन जगत में क्या हलचल
टेलीविजन की दुनिया की क्या खबर
अमिताभ हो या श्वेता तिवारी
सबकी हर पल की खबर देता है
अपनी बात पहुंचाने का इससे अच्छा माध्यम क्या
हम यहाँ मुंबई में बैठे है
उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव में भी हमारी खबर पहुँच ही जाती है
हमारे अपने हमें बधाई और शुभकामना दे देते हैं
हमारे सुख - दुख को बाँट लेते हैं
हम कहाँ हैं क्या कर रहे हैं
यह सब बता देता है
अपनी भावनाओं को
अपनी खुशियों को व्यक्त करने का इससे अच्छा माध्यम क्या हो सकता है
तभी तो हम कहते हैं कि
फेसबुक अच्छा है ।
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