यानि दुश्मनी मोल लेना है
अगर सरकार के विरोध में बोलो
आप देशद्रोही है
परिवार में किसी को बोल दो
तब आप नापसंद है
आप पर कुछ न कुछ तोहमत गढ दिया जाएंगा
अपने बच्चों को बोलो
अपने पति को बोलो
कुछ गलती पर ध्यान खीचो
तब आपसे बुरा कोई नहीं
जहाँ विचारों का आदान-प्रदान न हो
सही को दबाया जाएं
किसी न किसी कारण हावी हो जाएं
पावर का बोलबाला हो
दब कर रहना
अपनी बात को न रख पाने की मजबूरी
तब वह देश हो
परिवार हो
मजबूत हो ही नहीं सकता
जहाँ सच कहना मना है
वह सांस भर रही हो
सिसकियाँ भर रही हो
झूठ का सिक्का ज्यादा नहीं चल सकता
जब घडा भर जाता है तभी पानी उछल कर बाहर आता है ।
No comments:
Post a Comment