Tuesday, 21 May 2024

दिल का मानना

दिल का मामला बडा पेंचीदा होता है
यह सबके सामने खुलता नहीं है
जिसको अपना समझता है 
उसी के सामने खुलता है
अब वह आपको अपना समझे या न समझे 
जिसको तुम चाहो वो तुम्हें चाहे 
ऐसा होता नहीं है
दिल किसी पर आ जाएं 
तब क्या करें 
यह दिल किसी की बात मानता नहीं 
अपनी मनमानी करता रहता है
सही है
दिल है कि मानता नहीं 

No comments:

Post a Comment