Saturday, 9 June 2018

चाय

सुबह -सुबह चाय की तलब
चाय की चुस्कियों के साथ दिन शुरू
जब ताजगी की जरूरत ,चाय हाजिर
न जाने कितनी बार
चाय की चुस्की और बातचीत
फिर चाहे नुक्कड़ हो या.घर
पाँच सितारा हाँटेल या फिर दूकान
वशीकरण का मंत्र लेकर चलती यह
कुछ ही पलों मे अपना बना लेती
मेलजोल करवाती अंजानो मे
कम खर्च , जेब पर भारी भी नहीं
पूरी न सही तो आधी ही
कप -प्लेट मे बाँटकर या कटिंग
रोड पर खड़े हो भी पी लो
अमीर हो या गरीब
बूढा या जवान
नेता हो या.जनता
सबमे मेल कराती
अब तो राजनीति मे भी पहुंच
चाय पर चर्चा
है न बेमिसाल हमारी चाय

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