भगवान भास्कर का आगमन हो चुका है ।अभी तो पत्तियों के पीछे हैं। धीरे-धीरे अपना विशाल साम्राज्य फैला लेंगे और संपूर्ण जग पर छा जाएंगे ।जीवन में भी तुरंत सब कुछ नहीं मिलता ।प्रयास करना पडता है तब फल मिलता ही है । देर - सबेर ही सही मेहनत और ज्ञान कहीं व्यर्थ नहीं जाता । अपना प्रभाव तो छोड़ता ही है। सुप्रभात दोस्तों ।
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