Saturday, 13 November 2021

प् या र

शायद प्यार हो जाता है
किया जाता है सोच समझकर
अंजाने में
भावना में बहकर
सच्चा ही हो
कुछ समय का आकर्षण हो
दिल बहलाने का साधन हो
चालाकी और चतुराई हो
लालच और कपट हो
कैसे पता चले
आज प्यार है वह कल बदल गया
आज साथ जीने मरने की कसमे खाई
उसी की जान ले ली
क्या कहें
कैसे विश्वास करे
अंजाम पर पहुचेगा या नहीं
ताउम्र ऐसे ही बना रहेगा या नहीं
कह नहीं सकते
रिस्क तो लेना ही पडता है
एक बहुत प्यार करनेवाला तो इसमें होता ही है
तभी यह चलता है
वैसे भी प्यार शब्द ही अधूरा है
या र के साथ प्
दो के साथ यह भी हो
तभी वह सफल
दोतरफा  हो
एकतरफा नहीं
नहीं तो वह प्यार नहीं
मजबूरी है
व्यापार है
समझौता है

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