कमल एक ऐसा फूल है जो कीचड में रहता है
और खिलता है
पू्र्ण रूप से निखरकर और कीचड का स्पर्श भी नहीं.
आप कहॉ से आए है यह कोई मायने नहीं रखता
आप ने क्या हासिल किया है यह महत्तव पूर्ण है
आप किस उंचाई को पहुँचे हैं
आजकल हमारे नेता यह बताने से नहीं चूकते कि उन्होंने किस परिवार में जन्म लिया
हर कोई अपने को कुछ न कुछ बता रहा है
कोई दलित तो कोई चायवाला तो कोई ग्वाला
जाति और धर्म ,गॉव और शहर
इसकी कोई जरूरत नहीं है
आपका काम बोलना चाहिए
बहुत बडे- बडे लोग इस संसार में हो चुके हैं
जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमी अच्छी नहीं रही है
पर वे मानव ईतिहास में अमर है और अपनी छाप छोड गए हैं
बार - बार इन सबका उल्लेख उचित नहीं है
कमल कीचड में से निकलने के बाद भी सबका आदरणीय है
हमारा राष्ट्रीय फूल है
शिव का प्यारा है
उसने अपनी पहचान बनाई है
योग्यता किसी परिचय की मोहताज नहीं होती
Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi, poems,hindi poems,hindi likhavat,hindi kavita,hindi hasya kavita,hindi sher,chunav,politics,political vyangya,hindi blogs,hindi kavita blog
No comments:
Post a Comment