Thursday, 5 July 2018

अफवाह ओर सोशल मीडिया

बच्चा चोरी की अफवाह
पांच निरपराध की पीट-पीट कर हत्या
भीड़ का धर्म बन गया है
बिना सोचे समझे. आक्रामक हो जाना
कोई एकसीडेंट हो जाय
बस गाडी जला दो
तोड फोड करो
अस्पताल मे डाँक्टर पर हमला
कहीं भी धरना दो
कश्मीर मे पत्थर बाजी हो ही रही
पुलिस और सेना के जवानों पर हमला
क्यों ऐसा हो.रहा है
एक पत्थर फेक रहा है
तो देखादेखी दूसरे भी
एक को लोग मार रहे है
तो चलो हम भी हाथ. साफ कर ले
यही भीड़ तमाशा भी देखती है
मारने को तैयार
पर बचाव मे कभी खडी नहीं होती
क्योंकि यह जुनून मे भूल जाती है
कि वह क्या कर रही है
कहते हैं न भीड़ का कोई धर्म नहीं होता
बस उन्माद मे भूल जाता है
कि क्या सही और क्या गलत
सोशल मीडिया इसमें आग मे घी डालने का काम कर रही है
अफवाहों का बाजार गर्म करने मे यह.सबसे आगे
आज तो हर हाथ मे. यह है
पसरते देरी नहीं लगती  .

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