आओ अपनी मिट्टी का सम्मान करें
पेड़ लगाकर उसका श्रृंगार करें
इस मिट्टी में जन्मे हम
इस मिट्टी में खेले हम
इस मिट्टी ने हमको दुलराया
बडे प्रेम से गोदी में ले सहलाया
हमारा भरण-पोषण सब इसके जिम्मे
तभी तो है इसको बचाने की हमारी जिम्मेदारी
जन्म से लेकर मृत्यु तक साथ निभाती
माता है यह हमारी
सबसे प्यारी
इससे जीवन चलता हमारा
सांसों की डोर बंधी इससे
तब तो इसकी सांस भी चलती रहे
इस खातिर इसे संवारे और सजाए
पेड़ और पौधे लगाए
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