सब नया नया
अच्छा लगता है
मन को भाता है
नयी गाडी
नया घर
नया फर्नीचर
नये कपड़े नये जूते चप्पल
हर नया सामान
नये संबंध
नये लोग
फितरत है मानव की
वह हमेशा नयापन चाहता है
पुराने से ऊब जाता है
फिर चाहे वह सामान हो या इंसान
नया पन ठीक है
ताजगी कायम रहती है जीवन में
पर रिश्तों को भूल जाना
उन्हें नजरअंदाज करना
यह तो अपने आपको धोखा देना है
यह जितने पुराने होंगे
उतने ही निखरेगे
खिलेगे
मुस्कराएगे
वह दोस्त हो
सगे-संबंधी हो
पडोसी हो
रिश्तेदार हो
यह जितना आपको जानते हैं
समझते हैं
उतना नया नहीं
नयापन ठीक है
पर पुराने को भूलकर नहीं
OLD IS GOLD
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