Friday, 10 April 2020

हाथ धोते रहो

आज लडाई तो हर कोई लड रहा है
सब लढैया बने हुए हैं
सीमा पर सैनिक
अस्पताल में डाॅक्टर और नर्स
सडक पर पुलिस
घर में बैठे हुए हम
बैठना और बंद रहना
इतना आसान नहीं
जी ऊबा
बाहर निकले
पुलिस का पडा डंडा
दे दनादन
लौट पडे बंद दरवाजे की तरफ
घर में अलग बवाल
सब सर पर सवाल
सांस लेना मुश्किल
न अंदर चैन
न बाहर सुकून
करोना की चक्की में पिस गए सब
ऐसा चक्कर चलाया है
जानलेवा बन कर आया है
चला था चीन से
सबका चैन छीन रखा है
सकते में सब खडे
न सोच पा रहे
न समाधान ढूंढ पा रहे
बस लाकडाऊन हुए हैं
कभी घर के अंदर
कभी बाहर
लक्ष्मण रेखा खीच रखी है
यहाँ से जाना मना है
यह मत करो
वह मत करो
बस करोना की सोचो
जतन करो
तभी भागेगा
गो करोना गो करोना नहीं
धो हाथ धो हाथ
बस धोते रहो
धोते रहो

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