जाना तो सभी को है
पर इस तरह चला जाएगा
इसका अंदेशा तो किसी को नहीं था
बाॅबी का वह युवा नौजवान
अभिनय के विद्यालय मे ही जन्म
राजकपूर के खानदान का चिराग
अभिनय का लोहा मनवाया
सदाबहार और जिंदादिल
हंसी से लबरेज चेहरा
शालीन और सभ्य
प्रेमरोग और कभी-कभी के युवा अभिनेता को
कौन भूल सकता है
हमेशा युवाओं में छाए रहे
आज भी उन्हें देखने पर वह युवा अभिनेता ही दिखते थे
अस्सी के दशक के लोकप्रिय
रोमांटिक हीरों
लगभग उस समय की हर नई नायिकाओं के साथ काम
अपना एक अलग जुनून
सबसे अलग हटकर
एंग्री यंगमैन के जमाने में परदे पर प्यार करता हीरों
मासूमियत से भरा उस चेहरे पर भला
कौन फिदा नहीं होता
वह इस तरह बिदा हो जाएगा
बिना कुछ आभास दिए
बहुत बडी क्षति है
कल इरफान
आज त्रृषि कपूर
दो हजार बीस और क्या दिखाने वाला है
यह तो मालूम नहीं
ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे
यही दुआ कर सकते हैं
जानेवाला चला गया
बस यादें छोड़ गया
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