Sunday, 6 December 2020

प्यार को प्यार ही रहने दो

जहाँ प्यार वहाँ रार - तकरार
अमूमन होता है अक्सर
मत होने दो
मत रोको
मर टोको
इतना भी अधिकार क्या जताना
व्यक्ति का जीते जी गला घोंटना
सांस लेना मुश्किल कर देना
हवा आने जाने दो
मुक्तता की सांस लेने दो
जकडो मत
ज्यादा जकड़ा तब वह टूट जाएंगा
एक बार टूटा तब वापस जुड़ तो जाएंगा
पर वह पहले जैसी बात न होंगी
एक गांठ बन ही जाएंगी
तब वह प्यार , प्यार न रहेंगा
एक बोझ बन जाएगा
बोझ किसी को नहीं भाता
ज्यादा हुआ तो झटक देगा
नीचे गिरा देगा
आगे बढ जाएंगा
मुड कर देखेंगा भी नहीं
प्यार को प्यार ही रहने दो
उसे रार और तकरार में मत उलझाओ
प्यार करो जी भर कर
अधिकार मत जताओ

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