वह हमेशा बुरा होता है
क्योंकि वह बाप होता है
उसके सामने बच्चे डरते हैं
कुछ बोल नहीं पाते
अनुशासन का पाठ पढाता
यह बाप
पैसे देने से कतराता बाप
हमेशा डाट पिलाता
यह बाप
किसी को नहीं भाता
माँ की ममता हर समय हिलोरे लेती रहती है
तभी तो वह बहुत प्यारी लगती है
गलती माफ करती जाती है
बाप से छुपाती है
बाप तो जीवन दिशा दिखाता है
गलती को नजरअंदाज नहीं कर सकता
बडी सख्त जान होता है
यह बाप
मोह - माया से परे होता है
यह बाप
तब भी इसके बिना सब निराधार
यह मेहनत करता है
खून - पसीना एक करता है
तब जाकर घर चलता है
पेट भरता है
इच्छाओं को पूरी करने की पुरजोर कोशिश
पत्नी की बच्चों की
वह आसमान है
जिसकी छत्रछाया में हम पनपते हैं
वह नहीं तो सब सूना
अनाथ हो जाते हैं
सबके नाथ ईश्वर
फिर भी पृथ्वी पर बाप ही बच्चों का नाथ
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