अपनों के आगे झुकने से कोई छोटा नहीं होता
अडकर बैठ रहने से जीना आसान नहीं होता
मन मसोसकर प्यार दबाने की अपेक्षा जताना
दिल से दिल मिलाना कुछ ज्यादा मुश्किल नहीं होता
रिश्तों को पास लाना उनकी कदर करना
उस आनंद से बडा कुछ नहीं होता ।
जोड़, गुणा, घटाना
मान - अपमान से ऊपर उठ
जीना सहज हो जाता है
जीने का असली मजा आ जाता है ।
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