अब विज्ञापन का वह असर नहीं
एक समय था जब हमारे नायक - नायिकाओं का असर होता था
वे क्या पहनते है
कैसे दिखते हैं
कौन से प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं
विज्ञापन देखकर हम वे चीजें खरिदते थे
आज एक ही नायक न जाने कितने चीजों का प्रचार कर रहा है
हर दूसरे एडवटाइज में
तब सबको समझ आ गया है
हमें कौन सा प्रोडक्ट लेना है कौन सा नहीं
अब उसको भरमा नहीं सकते
लक्स हो या फिर बोरोप्लस
अब अपनी जेब के अनुसार
ये लोग केवल जानकारी दे देते हैं
जिसके उनको पैसे मिलते हैं
अब वह दीवानगी नहीं रही
लोग उनके पदचिन्हों पर चलें
कभी-कभी तो लोग इनको देखकर ऊब जाते हैं
अब विज्ञापन का वह असर नहीं।
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