गौमाता को लेकर इतना विवाद
निरीह गाय जो मिला उसी में संतुष्ट
घास चारा खाकर भी खुश
दूध ,दही ,मक्खन ,घी सब उसकी ही बदौलत
नवजात से लेकर वृद्ध तक सबका पोषण करना
शॉत और स्थिरचित्त पर उसके नाम पर अशॉति.
मार - काट ,कत्ल- बलवा ,खूनखराबा
गोबरऔर मूत्र भी उपयोगी
जीवन और निरोगी रखने में सहायक
वह तो किसका धर्म नहीं देखती
अपनी ममता सब पर लुटाती
उसके दुग्ध पर तो सबका ही हक
चाहे वह हिन्दू हो या मुसलमान
कम से कम उसके दूध का तो लाज रखे
उसे राजनीति का मोहरा न बनाए
दंगे - फसाद में उसको न घसीटे
माता तो सबकी होती है
हर बच्चा उसका प्यारा होता है
जीवनदायिनी की इतनी अपेक्षा तो हो ही सकती है
हर मानव उसका सम्मान करें
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Tuesday, 5 July 2016
गौमाता - सम्मान की अधिकारिणी
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