धरती माता है ,जननी है ,जीवनदायिनी है
कितना कुछ दिया हमें
कितना नखरे उठाए हमारे
हम उसको छलते रहे
वह हमारी हर मांग पूरी करती रही
हमने विकास के नाम पर उसको छलनी कर दिया
उसने उफ तक न की
सहनशक्ति की भी सीमा होती है
हमने जंगल काटे
समुद्र और नदियों को पाटा
हरी- भरी वसुधंरा को विरान कर दिया
सब जीव तो उसी के बेटे है
फिर वह पक्षपात कैसे सहती
पशु - पक्षी ,जंगल सब पर प्रहार
उसका सबसे प्रिय पुत्र मानव ,इतना निर्दय
इतना स्वार्थी ????
अपनी ही जननी को नुकसान
पर अगर मॉ ने अपना प्रंचड रूप धारण कर लिया
तब तो पूर्ण विनाश
समय है अभी से चेत जाओ
प्लास्टिक मुक्त
बिजली का दुरूपयोग मत करो
और जननी को बनाओ
सुंदर और सम्मान जनक
स्वच्छता रखो और माता का ख्याल रखो
वह है तभी तुम हो
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Saturday, 22 April 2017
धरती मॉ का करे सम्मान
Tuesday, 4 April 2017
Happy Ram navmi
राम का पूरा जीवन ही त्रासदीपूर्ण रहा। इसके बावजूद लोग राम की पूजा करते हैं। राम की पूजा इसलिए नहीं की जाती कि हमारी भौतिक इच्छाएं पूरी हो जाएं। बल्कि राम की पूजा हम उनसे यह प्रेरणा लेने के लिए करते हैं कि मुश्किल क्षणों का सामना कैसे धैर्य पूर्वक बिना विचलित हुए किया जाए। राम ने अपने जीवन की परिस्थितियों को सहेजने की काफी कोशिश की, लेकिन वे हमेशा ऐसा कर नहीं सके। उन्होंने कठिन परिस्थतियों में ही अपना जीवन बिताया, जिसमें चीजें लगातार उनके नियंत्रण से बाहर निकलती रहीं, लेकिन इन सबके बीच सबसे महत्वपूर्ण यह था कि उन्होंने हमेशा खुद को संयमित और मर्यादित रखा।
HAPPY राम नवमी