हम घर में कैद
मन नहीं लगता
सारे विश्व की यही हालत
शायद नवीनीकरण हो रहा है
घर को रंग-रोगन करना हो
नये फर्नीचर लाना हो
पुराने को हटाना पडता है
समय समय पर यह जरूरी होता है
परेशानी होती है
पर जब नवीनीकरण हो जाता है
तब घर सुंदर दिखता है
रहना भी अच्छा लगता है
आज भी यही हो रहा है
प्रदूषण कम प्रमाण में
नदिया साफ और स्वच्छ
स्वयं का काम स्वयं
होटल का खाना कम
फिजुलखर्ची तो बिलकुल नहीं
हम ऐसे भी जी सकते हैं
कम चीजों में भी काम चल सकता है
सेवा भावना
दया भावना
सब जागृत हो रही है
दबी हुई मानवता दृष्टिगोचर हो रही है
जीवदया दिखाई दे रही है
जीवन के प्रति दृष्टिकोण बदल रहा है
ऐसा बहुत कुछ हो रहा है
जो हम भूला रहे थे
हम ही हम
यह मोहभंग हो रहा है
अपनी औकात समझ आ रही है
बहुत कुछ अच्छा हो रहा है
तभी तो कहा जा रहा है
BE POSITIVE
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Thursday, 7 May 2020
BE POSITIVE
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