Thursday, 21 May 2020

अब बस भी करो

बस भी करो
बस भी करो
हमें घर जाने दो
बस को तो मत रोको
बस को तो मत लौटाओ
हम पैदल चल रहे हैं
कुछ समय बैठ जाएंगे
तब तुम्हारा क्या बिगड़ जाएंगा
हम अपने घर आराम से पहुँच जाएंगे
तब तुम्हारा क्या बिगड़ जाएंगा
सारा कानून अब ही याद रहा है
सारी फार्मलिटी अभी ही याद आ रही है
वह सब बाद में कर लेना
आपस में वाद विवाद करते रहना
आप तो घर में है
हम सडक पर है
आप आराम फरमा रहे हैं
हम ठोकर खा रहे हैं
कोई यहाँ से भगा रहा है
कोई वहाँ से
हम पर रहम करो
अब बस भी करो
रैली में बस मत भेजना
इस समय तो बस भेज दो
हम याद रखेंगे
आपका यह एहसान
वोट तो तुम्हीं को देंगे
  सरकार
डरो मत
नोटबंदी हुई
कतार में खडे रहे
बेहोश हुए
मरे भी
पर जिताया तो तुम्हीं को
बस चाहे किसी की भी हो
वोट तो तुम्हीं को
घबराओ नहीं
राजनीति मत करो
बस को मत रोको
बहुत हुआ
अब बस भी करो

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