विपक्ष बोले तो नाराज
न बोले तो नाराज
खोज खबर ले तो नाराज
न ले तो नाराज
आब्जेक्शन उठाए तो नाराज
न उठाए तो नाराज
सहयोग करे तो नाराज
न करें तो नाराज
लोगों से मिल कर उनका हाल पूछे तो नाराज
न पूछे तो नाराज
वह बस का इंतजाम करें तो नाराज
न करें तो नाराज
तब भाई साहब
विपक्ष करें क्या
चुपचाप बैठे और तमाशा देखे
जैसे आप देख रहे हैं
लोग मर रहे हैं
आप राजनीति कर रहे हैं
ठीक ही है
जो सत्तर सालों में नहीं हुआ
वह अब हो रहा है
विपक्ष तो पागल है
पप्पू है
वह क्या देश चलाएगा
वह तो हम चलाते हैं
आंतकवादियों को मार गिराएगे
विज्ञापन करेंगे
देशभक्ति का ढिंढोरा पीटेंगे
सब कुछ अपने आप सही
विपक्ष को बीच में पडने की जरूरत नहीं
उनको जनादेश नहीं मिला है
तब चुपचाप रहे
तमाशा देखे
एक सौ तीस करोड़ जनता की ताकत हैं हम
कुछ भी कर सकते हैं
बहुमत से चुन कर आए हैं
किसी को बोलने का अधिकार नहीं
विपक्ष की तो कोई औकात नहीं
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Thursday, 21 May 2020
विपक्ष की तो कोई औकात
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