बंद ऑखों से सपने देखे थे
गहरी नींद में सपने देखे थे
तभी तो सब बिसरा दिया
सपने देखना कोई गुनाह नहीं
देखना ही चाहिए
बडे बडे सपने संजोए रखना चाहिए
सपने न देखे तब बिना सपनों के जीवन कैसा ??
हाॅ पर सपने खुली आँखों से देखें
चैतन्यावस्था मे देखें
भूलने - बिसराने के लिए नहीं
साकार करने के लिए
कोशिश और प्रयास हर संभव
जितना ऊंचा देख सकें
देखना ही है
सपनों के संसार में जम कर गोते लगाना है
डूबना - उतराना है
डूबे तो डूबे
डूब कर फिर उतरे
यह तो होना ही है
सपनों बिना जीवन ही सूना
सपने न देखे तब बिना तब बिना सपनों के जीवन कैसा ??
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Saturday, 2 January 2021
सपनों का संसार
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