हर सुबह यह सब अनुभव किया है
कभी आपने चिडिया को चहकते देखा है
कभी कोयल की कूक सुनी है
कभी पेडो के पत्तों को सरसराते देखा है
कभी घास के मखमली गलीचे पर चले हैं
कभी सूरज को उदय होते देखा है
उसकी किरणों का सामना किया है
कभी झर झर बरसात की बूंदो को हाथ पर लिया है
अगर ऐसा है
तब भी आप सांस ले रहे हैं
प्रकृति आप पर मेहरबान है
नहीं तो सीमेंट और गारे के मकान में
जिसे हम अपना घर कहते हैं
बहुत ही भाग्यवान हैं वे
जिन्हें यह सब नसीब होता है
Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi, poems,hindi poems,hindi likhavat,hindi kavita,hindi hasya kavita,hindi sher,chunav,politics,political vyangya,hindi blogs,hindi kavita blog
Sunday, 19 December 2021
भाग्यवान हैं वे
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment