Saturday, 10 January 2015

अभिमान करना ठीक नहीं।


वर्तमान स्री शिक्षा वरदान है लड़कियों के लिए।
इससे प्राप्त करके लड़कियाँ चतुर, वाक्पटु, चुस्त, और समय के अनुसार चलनेवाली बन जाती है।

उन्नति और विकास के पथ पर अग्रसर हो रही है।  नए - नए आयाम और ऊँचाइयों को हासिल कर रही है लेकिन इसके साथ - साथ कुछ में अभिमान का भाव भी पैदा हो रहा है।

वह अपने बड़ो की उपेक्षा कर रही है जो ठीक नहीं है।  समाज के निर्माण में स्त्रियों की अहम भूमिका होती है।
स्त्री माँ, बहन, बेटी और पत्नी भी है यह उसको नहीं भूलना चहिये। समाज निर्माण की सकती उसमें ही है।


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