देर से उठना, देर से सोना,
युवा पीढ़ी में फैशन बन गया है।
कभी भी खाना, कुछ भी खाना,
यह सही है की कुछ लोगों की मजबूरी हो,
लेकिन अपनी आदत बना लेना,
सूर्योदय को केवल चित्र में ही देखना और महसूस करना,
प्रकृति से दुरी बढ़ती जा रही है,
बीमारी नज़दीक आती जा रही है,
नरेंद्र मोदी और अक्षय कुमार जैसे लोगों की सुबह उठने वाली जीवनशैली को अपनाना भी सफलता का एक मापदंड हो सकता है।
गुड मॉर्निंग को अपनाए,
आलस को गुड बाय कहिए।
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