हिन्दी हमारा राजभाषा ,जनभाषा
हिन्दी हमारे देश का गौरव सम्मान
हिन्दी बिना नहीं बने कुछ काम
मराठी ,गुजराती ,तमिल ,तेलगु सब है हमारी शान
हिन्दी उनसे मिलकर बढाती देश की शान
गॉधी, सुभाष ,नेहरु,टैगोर, तिलक ,गोखले या राजगोपाला चार्य. सबने चुना हिन्दी को
साहित्यकारों, क्रांतिकारियों की भाषा ,संघर्ष भाषा
स्वतंत्रता का संदेश घर घर तक पहुँचाने वाली हिन्दी
क्यों उपेक्षित है?????
विदेशो में सम्मान और देश मेे उपेक्षित क्यों???
यह हाल केवल हिन्दी का नही सभी भारतीय भाषाओ का हाल
हिन्दी ही क्यों सभी भारतीय भाषाओ का सम्मान कीजिए
भाषा ही देश और संस्कृति की पहचान है
उसको कायम रखना हमारी जिम्मेदारी
अपनी भाषा बोलने में शर्म नही गौरव महसूस कीजिए
करो हिन्दी का सम्मान
हिन्दी ही दिलाएगी देश को मान
जय हिन्दी जय हिन्दूस्तान
No comments:
Post a Comment