Saturday, 18 June 2016

नेताओं को कमल से सीखना चाहिए

कमल एक ऐसा फूल है जो कीचड में रहता है
और खिलता है
पू्र्ण रूप से निखरकर और कीचड का स्पर्श भी नहीं.
आप कहॉ से आए है यह कोई मायने नहीं रखता
आप ने क्या हासिल किया है यह महत्तव पूर्ण है
आप किस उंचाई को पहुँचे हैं
आजकल हमारे नेता यह बताने से नहीं चूकते कि उन्होंने किस परिवार में जन्म लिया
हर कोई अपने को कुछ न कुछ बता रहा है
कोई दलित तो कोई चायवाला तो कोई ग्वाला
जाति और धर्म ,गॉव और शहर
इसकी कोई जरूरत नहीं है
आपका काम बोलना चाहिए
बहुत बडे- बडे लोग इस संसार में हो चुके हैं
जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमी अच्छी नहीं रही है
पर वे मानव ईतिहास में अमर है और अपनी छाप छोड गए हैं
बार - बार इन सबका उल्लेख उचित नहीं है
कमल कीचड में से निकलने के बाद भी सबका आदरणीय है
हमारा राष्ट्रीय फूल है
शिव का प्यारा है
उसने अपनी पहचान बनाई है
योग्यता किसी परिचय की मोहताज नहीं होती

No comments:

Post a Comment