नन्द के घर आंनद भयो ,जय कन्हैया लाल की
यशोदा के घर जन्म ,गोकुल का खुल गया भाग्य
बृज की रज का बढा मान, कंदब और यमुना जी भी इतरा उठे
कालियॉ नाग का नथैया ,कंदब के नीचे अठखेलियॉ
गोपियों संग रास - रचैया
बाल- गोपालों संग गौ चरैया
दधि - माखन खवैया
पीताम्बर मोर - मुकुट धारी ,बंशी की धुन ताने
राधा संग कन्हैया
कान्हा की बंशी से महाभारत के सुर्दशन चक्र के कृष्ण
बालक ,युवा ,प्रौढ हर रूप असाधारण
पर यह कन्हैया है किसका??
मॉ यशोदा ,गोपियॉ ,बाल- गोपाल ,सुदामा ,राधा
देवकी - वसुदेव या अर्जुन के सखा
यह कन्हैया है मॉ यशोदा का बाद में किसी और का
जन्म भले न दिया हो पर पाला तो उसी ने
इतनी ममता लुटा दी कि सबको पीछे छोड दिया
जताया जग को
मॉ तो बस मॉ है वह अपनी कोख से जन्म दे या न दे
ममता किसी की मोहताज नहीं।
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Wednesday, 24 August 2016
कान्हा तो है मॉ यशोदा के Happy Janmashtami
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