माता सरस्वती की कृपा
तभी तो तू गिर जाए
तब हम उठा कर माफी मांग लेते हैं
प्रणाम कर लेते हैं
तू नहीं होती तो हमारा जीवन से परिचय कैसे होता
हमें जीवन जीना तूने ही सिखाया
गणित के सवाल हल करना
ज्यामितीय के भुजा और त्रिकोण
भूगोल से सारे संसार का परिचय
इतिहास से हमारे पूर्वजों का संचित ज्ञान
विज्ञान से जीवन को आसान बनाना
साहित्य तो हमारी रग - रग में
भाषा और व्याकरण से परिचय
गीता से कर्म का महत्व
रामायण से चरित्र की महत्ता
ग्रंथों से सनातन धर्म का परिचय
औषधीय ज्ञान से भरा
हम तो तुम्हारे आभारी
तुम न होती तब प्रेमचंद का गोदान
शेक्सपियर का लेडी मैकबेथ
वर्ड्स वर्थस की कविताएं
पंत - प्रसाद का छायावाद
बच्चन का हालावाद
टैगोर और नेहरू के अनुभव
स्वतंत्रता का इतिहास
और न जाने क्या-क्या
कहानी , उपन्यास, लेख , कविता
प्रबंध काव्य, गद्य काव्य
लेनिन और कार्ल मार्क्स
समाजवाद, प्रजातंत्र , क्युनिजम
सब तुम्हीं में समाएं
तभी तो हजार तलवारों की ताकत
तुम्हारे तीन साधारण से कहें जाने वाले समाचार पत्र में
तुम तो संसकृति और संस्कारो की जननी
चरित्र निर्मात्री
पथ प्रदर्शक
समाज को बदलने की शक्ति
कोटि कोटि आभार
तुम न होती तो
आज मानव पशु ही होता
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