Saturday, 23 April 2022

विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

हे पुस्तक तेरा आभार 
माता सरस्वती की कृपा 
तभी तो तू गिर जाए 
तब हम उठा कर माफी मांग लेते हैं 
प्रणाम कर लेते हैं 
तू नहीं होती तो हमारा जीवन से परिचय कैसे होता
हमें जीवन जीना तूने ही सिखाया 
गणित के सवाल हल करना 
ज्यामितीय  के भुजा और त्रिकोण 
भूगोल से सारे संसार का परिचय 
इतिहास से हमारे पूर्वजों का संचित ज्ञान 
विज्ञान से जीवन को आसान बनाना 

साहित्य तो हमारी रग - रग में 
भाषा और व्याकरण से परिचय 
गीता से कर्म का महत्व 
रामायण से चरित्र की महत्ता 
ग्रंथों से सनातन धर्म का परिचय
औषधीय ज्ञान  से भरा 

हम तो तुम्हारे आभारी
तुम न होती तब प्रेमचंद का गोदान
शेक्सपियर का लेडी मैकबेथ
वर्ड्स वर्थस की कविताएं 
पंत - प्रसाद का छायावाद 
बच्चन का हालावाद
टैगोर और नेहरू के अनुभव
स्वतंत्रता का इतिहास 
और न जाने क्या-क्या 
कहानी , उपन्यास,  लेख , कविता 
प्रबंध काव्य,  गद्य काव्य
लेनिन और कार्ल मार्क्स 
समाजवाद,  प्रजातंत्र  , क्युनिजम 
सब तुम्हीं में समाएं 
तभी तो हजार तलवारों की ताकत 
तुम्हारे तीन साधारण से कहें जाने वाले समाचार पत्र में 

तुम तो संसकृति और संस्कारो की जननी 
चरित्र निर्मात्री 
पथ प्रदर्शक 
समाज को बदलने की शक्ति 
कोटि कोटि आभार 
तुम न होती तो 
आज मानव पशु ही होता

No comments:

Post a Comment