खून यानि लाल सूर्ख शरीर की रगो में बहने वाला
व्यक्ति को जीवनदान देनेवाला
धमनियों में बहने वाला
इसी पर मानव शरीर टिका हुआ
खून की कमी से न जाने कितनी बीमारियॉ
खून की मात्रा बढाने के लिए न जाने कितने उपाय
शरीर से खून बहता देख मन विचलित हो जाना
पर यह जज्बात किसी का खून करते नहीं होता
मारकाट करते समय नहीं होता
घर्म के नाम पर
इंसान की जान ले लेना सदियों से
आज भी यही सब
कभी अस्पताल में पड खून के लिए मोहताज
कौन खून दे और जिंदगी बचाए
बहाते समय कोई नहीं सोचता
खून शरीर के लिए आवश्यक है
न कि शरीर को खत्म करने के लिए
खून खराबा करने वालों को यह ध्यान रखना चाहिए
ईश्वर और खुदा ने सबके खून का रंग लाल ही बनाया
काला ,पीला या हरा नहीं
उनको घर्मों और जातियों में नहीं बॉटा
हर देश और प्रान्त के लोगों का खून एक ही
ताकि आप उनको जरूरत के वक्त खून दे उनकी जिंदगी बचाए
यह विधाता की अनमोल देन बहाने के लिए नहीं
बल्कि भाईचारा निर्माण करने के लिए है
कहा जाता है कि खून का रिश्ता है हममें
इस लिहाज से तो सभी एक- दूसरे के
सगे संबंधी हुए
और इस रिश्ते को संभालना हर मानव का कर्तव्य है
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Sunday, 25 June 2017
खून का रिश्ता हर मानव का
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