मां ने बेटी से पूछा कि बेटी तुझे कैसा #वर चाहिये? बेटी ने जबाब दिया मुझे #रावण जैसा वर चाहिये। मां ने यह शब्द अपनी बेटी से सुनते ही #चिल्लाई ।और डाँटते हुए अपनी बेटी को समझाने लगी?
बेटी #रावण नही #राम जैसा पति मांगते है। जो #पुरुषोत्तम और जगत के कुल थे ।
बेटी ने शांत मन से कहा कि मां रावण ने अपनी बहन #शूर्पणखा की इज्जत की खातिर अपनी लंका का विनाश करवाया। लेकिन समझौता नही किया।
सीता का हरण किया लेकिन उसकी इच्छा के #विरूद्ध कोई कार्य नही किया ।
जिस इंसान में #औरत के प्रति इतनी इज्जत और #श्रद्धा हो। वह पति जीवन में एक जन्म नही सात जन्म मिलना चाहिये ।
और मां आप राम के #पुरुषोत्तम की बात कर रही हो। क्या तुम चाहती हो। कि तुम्हारी #बेटी घर घर ठोकरें खाये ।सीता की तरह ?
अगर अपने पति के लिये यह सब कर भी लूँ । और मेरा पति मेरे #चरित्र पर उंगली उठाये । तो अग्नि परीक्षा ??
अग्नि परीक्षा अगर दे भी दूँ तो #गर्भावस्था मैं मुझे घर से निकाल दिया जायेगा । तो क्या आप मेरे पति को #पुरुषोत्तम कहेंगी ।।
#मां जवाब सुनकर सन्न थी ।।और #बेटी के सवाल खत्म नही हो रहे थे ।
. ............ Unknown. Copy pest
Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi, poems,hindi poems,hindi likhavat,hindi kavita,hindi hasya kavita,hindi sher,chunav,politics,political vyangya,hindi blogs,hindi kavita blog
Thursday, 26 April 2018
पति रावण जैसे , राम जैसे नहीं
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment