Monday, 2 July 2018

इंदिरा और इमरजेंसी

इंदिरा गांधी एक कुशल प्रशासक
विश्व मे अपनी अलग पहचान
भारत की बेटी बन हर घर की बेटी के सामने उदाहरण
लोगों की धारणा बदल दी
जवाहरलाल नेहरू की बेटी ने यह जता दिया
लडके ही नहीं लडकियाँ भी खानदान का नाम रोशन कर सकती है
बचपन मे वानर सेना की स्थापना
स्वतंत्रता की लडाई मे योगदान
शास्त्री जी के मंत्री मंडल मे शामिल
उस समय की गूंगी गुड़िया
बाद मे ऐसे बोलने लगी कि. सबको चित्त कर दिया
शास्त्री जी की मृत्यु के बाद पहली महिला अब तक की प्रधानमंत्री
अपने से दिगग्ज नेताओ पर भी भारी
वे हिटलर नहीं थी
इमरजेंसी जरूर लगाई
शायद वह उनको सही लगा होगा
अनुशासन की जरूरत थी
आंदोलन की धमकियां मिल रही थी विपक्षी खेमे से
पर यह देश को पसंद नहीं आया
चुनाव भी करवाया
कांग्रेस तो हारी ही इंदिरा जी स्वयं रायबरेली से अपनी ही सीट पर राजनारायण जैसे नेता से हार गई
गलती तो हुई थी देश का मिजाज समझने में
जेल भी गई
वापस फिर चुनाव जीत कर आई
उनका योगदान इसलिए कम नहीं आंकना है
पाकिस्तान को धूल चटाना
दो टूकड़ा कर दुनिया के नक्शे को बदल दिया
बांग्लादेश का निर्माण कर
गरीबी हटाओ.यह नारा मिसेज गांधी का ही था
अपनी आखिरी भाषण मे कहा था
उनके रक्त का हर कतरा देश के काम आएगा
आँपरेशन ब्लू स्टार
यह तो सबके बस की बात नहीं
अपने ही सुरक्षा रक्षकों की गोलियों से मृत्यु
देश ने एक काबिल नेता खो दिया
न वह हिटलर थी
न इमरजेंसी के कारण उन्हें कम आंका जाय
वाजपेयी जी का उनके लिए दुर्गा संबोधन
ऐसे ही नहीं था
इंदिरा आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं
उनकी मिसाल दी जाती है एक नेता के रूप में

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