हिंदी मेरी शान
हिंदी मेरा अभिमान
हिंदी मेरी जान
हिंदी मेरी पहचान
यह है इतनी शानदार
तभी तो है सब इसके वफादार
सबको करती समाहित
सबसे रखती मेलजोल
हो जाती है लाजवाब
जैसे बोले
जिस तरह से बोले
तोड़े मरोड़े
बस इस्तेमाल करें
यह कभी नहीं होती नाराज
सबका देती साथ
जब कुछ नहीं समझ आता
तब आकर यह हो जाती एकाकार
नहीं करती भेदभाव
कोई भी हो भाषा या फिर प्रांतवाद
अजनबियों को भी अपना बनाती
विदेशियों को भी गले लगाती
अमीरी गरीबी का फर्क मिटाती
नेताओं का सहारा
जन जन तक उनको पहुंचाती
जाने अंजाने सब मे अपनी पैठ बनाती
यह भाषा नहीं
संस्कृति है भारत की
हर भारतवासी के मन मे बसती
सबकी जुबा पर डोलती इतराती
यह हमारी हिंदी है प्यारी
हिंदुस्तान की है निशानी
इस पर हम वारे जाय
सदियो तक इसका परचम फहराए
न मिटी है न मिटेगी
अभी तो और निखरेगी
जहाँ जहाँ जाएगी
प्यार बाटती जाएगी
जमाना चलेगा इसके साथ
यह है दिल हिंदुस्तान का
जय हिंदी जय भारतवासी
Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi, poems,hindi poems,hindi likhavat,hindi kavita,hindi hasya kavita,hindi sher,chunav,politics,political vyangya,hindi blogs,hindi kavita blog
Friday, 14 September 2018
हिंदी मेरी शान
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment