Tuesday, 23 April 2019

वह है ये नायाब पुस्तकें Happy World Book day

पुस्तक मेरा जीवन
पुस्तक मेरी दोस्त
पुस्तक मेरी हमसफर
पुस्तक मेरी सहयात्री
पुस्तक मेरी भावना
जीवन ही पुस्तक के इर्दगिर्द
जबसे होश संभाला
तभी से पुस्तकों से नाता जोड़ा
पुस्तक बिना तो मेरा जीवन अधूरा
वह मेरे साथ हंसती है
रोती है
बतियाती है
दिल खोलकर रखती है
गुफ्तगू भी करती है
नाराज और उदास भी करती है
सपनों की दुनिया की सैर कराती है
उड़ान भरना सिखाती है
दिन रात मेरे साथ रहती है
मुझसे जी भर कर प्रेम करती है
मैं इस पर विश्वास करती हूं
जी भर कर भरोसा करती हूं
मार्गदर्शक है मेरी
कभी भी मझदार मे मुझे नहीं छोड़ सकती
मुझे जीना सिखाया
लड़ना सिखाया
मुसीबतों से सामना करना सिखाया
हर चीज से रूबरू कराया
मेरी पहचान है पुस्तक
तभी तो गर्व के साथ कह सकती हूं
सबसे नजदीकी मेरे जो है
   वह है ये नायाब पुस्तकें

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