Wednesday, 3 April 2019

कबूतर की गुटरगूँ

कबूतर करता गुटरगूँ गुटरगूँ
इस छत से उस छत पर
इस खिड़की से उस खिड़की पर
दाना -पानी सब इसको मिल जाता
गेहूँ -बाजरी इसका प्रिय
शांति का यह प्रतीक माना जाता
निरीह जीव है यह
बिल्ली -कौए झपट्टा मारने को तत्पर
है तो यह भोलाभाला
पर इतना भी नहीं नादान
घर का कोना या मुंडेर पर
हक जमा कर बैठ जाता
जिद्दी इतना
खदेड़ने पर फिर -फिर आ जाता
यह शांतिदूत
गुटरगूँ गुटरगूँ करता रहता

No comments:

Post a Comment