Friday, 4 October 2019

बेटी मेरी , ताकत मेरी

इन नाजूक फूलों की तरह एक दिन
तुम भी आई थी मेरी गोद में
तुमको पाकर भर गया मेरा दामन
ऑचल खुशी से लहरा उठा
तुम्हारी चंचल ऑखे कुछ बतियाने लगी
मानो कह रही थी
मुझे फूलों की तरह नाजूक नहीं
फौलाद सा मजबूत बनाना है
तभी मैंने सोचा था
इसे एक सक्षम व्यक्ति बनाना है
बेटा - बेटी तो एक बहाना है
वह तो अपनी संतान को देखने का नजरिया है
आज देखती हूँ
मेरी वह प्यारी गुडिया
मुझे ही सिखा रही है
जीवन जीना बता रही है
खुशियाँ बांट रही है
अपने कौशल दिखा रही है
आगे बढो इतना कि आसमान भी झुक आए
तुम्हारे कद के आगे दूसरों का कद बौना लगे
जीवन के हर पल में साथ निभाना
सुख दुःख का भागीदार बनना
संगी - सहेली बन हर कमी को पूरा करना
तुम्हारा दामन खुशियों से भरा रहे
इन फूलों की तरह तुम भी हमेशा मुस्कराती रहो
एक माँ  की दुआ और क्या हो सकती है
उसकी संतान हमेशा खुशगवार रहे
     Happy  birthday  Dear  Daughter

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