Tuesday, 8 October 2019

अपनी जिह्वा पर विजय पाए

एक शस्त्र मनुष्य के पास है
जानते हैं वह क्या
वह है आपकी जिह्वा
ऐसा वार करती है
सामने वाला तिलमिला उठता है
इसका वार सालोसाल दंश देता रहता है
इसका घाव कभी भरता नहीं
कभी-कभी तो परिणाम बहुत भयंकर
महाभारत का एक कारण यह भी है
अगर द्रोपदी ने अंधे का पुत्र अंधा दुर्योधन
तथा कर्ण को सूतपुत्र न कहा होता
तब शायद चीरहरण भी नहीं होता
बहुत कम महान होते हैं
जो इसे भूलाए
एक बार यह शस्त्र छूट गया
तो फिर ब्रहास्र की तरह
वापस नहीं आनेवाला
इतिहास हो जाता है
अतः विजया दशमी पर इसकी भी पूजा करें
विनंती करें कि यह संभल कर निकले
इसकी लगाम खींच कर रखे
बेकाबू न होने दें
अपनी जिह्वा पर विजय प्राप्त करें

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