एक शस्त्र मनुष्य के पास है
जानते हैं वह क्या
वह है आपकी जिह्वा
ऐसा वार करती है
सामने वाला तिलमिला उठता है
इसका वार सालोसाल दंश देता रहता है
इसका घाव कभी भरता नहीं
कभी-कभी तो परिणाम बहुत भयंकर
महाभारत का एक कारण यह भी है
अगर द्रोपदी ने अंधे का पुत्र अंधा दुर्योधन
तथा कर्ण को सूतपुत्र न कहा होता
तब शायद चीरहरण भी नहीं होता
बहुत कम महान होते हैं
जो इसे भूलाए
एक बार यह शस्त्र छूट गया
तो फिर ब्रहास्र की तरह
वापस नहीं आनेवाला
इतिहास हो जाता है
अतः विजया दशमी पर इसकी भी पूजा करें
विनंती करें कि यह संभल कर निकले
इसकी लगाम खींच कर रखे
बेकाबू न होने दें
अपनी जिह्वा पर विजय प्राप्त करें
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Tuesday, 8 October 2019
अपनी जिह्वा पर विजय पाए
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