Friday, 15 November 2019

खामोशी से काम करो

मैं तो खामोश हूँ
मेरी खामोशी भी कुछ कहती है
बहुत से सवाल करती है
कुछ सुनना चाहती है
कुछ कहना चाहती है
कह नहीं पाती
तभी तो वह खामोश है
वह मौका चाहती है
वही तो नहीं मिलता
तब करें क्या
खामोश रहने के सिवाय
लाग लपेट और झूठी बातों से तो यह खामोश भली
बहुत कुछ समेट लेती है अपने में
कभी-कभी अन्याय का भी डटकर कर लेती है सामना
अच्छे अच्छो को चित्त कर देती है
खामोशी को नजरअंदाज करने का परिणाम भयंकर
यह तूफान समेटे हुए रहती है
तब तक जब तक बवंडर नहीं आ जाता
बिना शोर मचाए वार करती है
आह का भी मौका नहीं देती
खामोश रहना मतलब डरना नहीं
मजबूत बनना है
यह कला है
जो इसमें पारंगत वह जीत गया
बड़बोलापन की इसकी सामने क्या बिसात
यह अपना काम भी कर जाती है
और टोह भी नहीं लगने देती
खामोशी सबसे बड़ा हथियार
जिसने यह पहचाना
वह जग में जीना सीखा
खामोशी से काम करो
जग में अपना नाम करो

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