Tuesday, 7 January 2020

यह है मुंबई सबकी माई

मुंबई अमीर है
मुंबई गरीब है
मुंबई तेज है
मुंबई धीमी है

थोड़ा मीठा
तनिक कडवा

कभी-कभी बहुत गर्म
बस थोड़ी सी ठंड

सुबह-सुबह ताजगी- स्फूर्ति से लबालब
संझा बिजली की तरह संचालित

नहीं कोई आलसी
रात है फिर भी उत्साही

जब भी कोई पूछे किसी से कुछ
उत्तर है व्यस्त
सही भी है जनाब
मुंबई का जीवन
नहीं है आसान
यहाँ भरपूर मस्ती
साथ में है थोड़ा सा मस्का
स्वागत है यहाँ सबका
यहाँ है बॉलीवुड का चस्का

सेव पुरी ,बडा पाव ,भेल पुरी
सब है मुंबई की चाट
ऊपर से तीखी ,चटकदार चटनी
घुल जाय मुख में
घंटों रहे स्वाद
पापकार्न से लेकर आइस्क्रीम
सब बिकते हैं ठेले पर
तभी तो काबिज है मुंबई
दिल के मेले पर

यहाँ रेल भी दौड़ लगाती
समय पर
कूद कर और धक्का दे चढना
जबरन सीट पर काबिज
नहीं है कोई क्राइम

तीन बजे दोपहर का खाना
बारह बजे रात
यहाँ है सामान्य सी बात
कठिन है जिंदगी
तब भी नहीं है नाराजगी

दादर में सिद्धि विनायक से कैथेड्रल
जुहू में इस्कान से हाजीअली
यह सब है मुंबई के ताज
इनको देख चेहरे पर आती मुस्कान

मराठी ,मलयाली,बिहारी ,गुजराती
से क्रिश्चियन तक
सब मनाते हैं
क्रिसमस और दीवाली
रंग भरी होली और दमकती दीपावली
गरबा की थाप
रमजान की अजान
इनसे नहीं कोई अंजान

गरीब को करोड़पति
सपनों को साकार करें
फर्श से उठाकर अर्श तक
न जाने कितनों को पहुंचाया
पहचान दिलाई
तभी तो इस शहर में आया
यही का होकर रह गया

माँ के ऑचल जैसा विशाल
जिसने सबको समाया
आखिर सबकी माँ
तभी तो
MUM in English
BA in Gujarati
Ai in Mrathi
हिंदी वालों की माई
यह है बेमिसाल ,लाजवाब
नहीं इसका दुनिया में किसी के पास जवाब
यह है मुंबई मेरी जान

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