Monday, 6 April 2020

जगमग जगमग दीप जले

जगमग जगमग दीप जले
अंधेरे में प्रकाश का प्रवेश
लोगों के मन में आस और विश्वास
यह जंग है
आज सीमा पर ही नहीं
अंदर जंग लडी जा रही है
सीमा पर तो सैनिक बंदूकें और हथगोला लेकर
यहाँ तो हर कोई जंग लड रहा है
डाॅक्टर ,नर्स ,सफाई कर्मचारी
हेल्थ वर्कर ,किराना वाला ,दूध वाला
सब्जी वाला और न जाने कितने ??
सब डटे हैं मैदान में
हम भी अपने अपने घरों में
सब सारी दुनिया  डगमग हो रही थी
तब हम अंधेरे में जगमग हो रहे थे
जब नीरव शांति थी
सन्नाटा छाया था
तब हमने घंटी और शंख की नाद ध्वनि की
यह अदम्य जीजिविषा
यह एकजुटता
वर्ल्ड रिकॉर्ड है
संसार यह बात तो हमेशा याद रखेगा
हमारे आशावाद को
हमारी आस्था को
हो सकता है
यह शंखनाद ईश्वर के कानों तक पहुंची हो
हो सकता है यह आस्था का दीपक
उसके  दर पर दस्तक दी हो
ईश्वर ही का सहारा है
संकट की घड़ी है
महामारी की आपदा कब खत्म हो
इसका इंतजार तो हर शख्स को है

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